22 November 2025
भारत में आधार कार्ड पहचान और एड्रेस प्रूफ के लिए सबसे ज़्यादा यूज होने वाला डाक्यूमेंट है। लेकिन अगर किसी के पास गलती से या जानबूझकर दो आधार कार्ड हैं तो यह कानूनी अपराध माना जाता है। UIDAI के नियम इसके लिए सख़्त हैं और ऐसा पाए जाने पर फाइन, आधार ब्लॉक कानूनी कार्रवाई और जेल तक हो सकती है।
आधार एक यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होता है, एक व्यक्ति के पास सिर्फ एक आधार नंबर होना ही वैलिड है। दो आधार कार्ड होने पर आपका डेटा फ्रॉड माना जाता है और मिसयूज़ का खतरा बढ़ जाता है।
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UIDAI के अनुसार किसी व्यक्ति के पास दो आधार कार्ड मिलने पर, आधार संख्या ब्लॉक हो सकती है, सरकारी योजनाओं के फायदे बंद हो सकते हैं, फाइनेंशियल सर्विसेज रुक सकती हैं, फाइन और लीगल एक्शन भी हो सकता है।
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अगर आपके पास दो आधार कार्ड हैं तो सबसे पहले आप यह तय करें कि आप किस आधार को रखना चाहते हैं फिर UIDAI में जाकर दूसरा आधार कैंसिल या डिएक्टिवेट करवाएं। Aadhar Update Centre या UIDAI पोर्टल पर Correction/Update कराएं। फिंगरप्रिंट/ डाक्यूमेंट मैच के बाद दूसरा आधार कैंसिल कर दिया जाएगा
जब हम नाम, पता, मोबाइल नंबर या किसी मिसप्रिंट इनफॉर्मेशन को आपडेट कराते हैं तो नया आधार बन जाता है। लोग अक्सर नया आधार बनवा लेते हैं, जबकि पुराने वाले मे करेक्शन करवाना ही सही तरीका है।
दो आधार होने पर UIDAI ने एडवाइस दिया है - एक ही आधार कार्ड रखें, गलती या बदलाव हो तो Correction करवाएं, नया आधार न बनवाएं
अगर आपके पास दो आधार कार्ड है, तो परेशानी बढ़ने से पहले UIDAI के वेबसाइट या Aadhar Update Centre पर जाकर डुप्लिकेट आधार को कैंसिल या अपडेट कराएं।