10 May 2025
Image Credit: Canva
भारत में उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और भक्त बड़ी संख्या में देव भूमी उत्तराखंड की तरफ बढ़ रहे हैं।
Image Credit: Canva
भारत में उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और भक्त बड़ी संख्या में देव भूमी उत्तराखंड की तरफ बढ़ रहे हैं।
Image Credit: Canva
शास्त्रों की माने तो एक समय आएगा जब बद्रीनाथ अदृश्य हो जाएगा।
Image Credit: Canva
जब ‘नर’ और ‘नारायण’ पर्वत आपस में मिल जाएंगे, तब इस तीर्थ तक पहुंचना असंभव हो जाएगा।
Image Credit: Canva
जब बद्रीनाथ धाम इस सृष्टि से गायब हो जाएगा तब जोशीमठ से लगभग 22 किमी दूर स्थित भविष्य बद्री में भविष्य में भगवान विष्णु की पूजा होगी जिसे भविष्य बद्री के नाम से जाना जाएगा।
Image Credit: Canva
जोशीमठ के नृसिंह मंदिर की मूर्ति की बाई भुजा पतली होती जा रही है। मान्यता है कि जिस दिन इस मूर्ति का एक हाथ अलग हो जायेगा, उसी दिन प्रलय आएगी और बद्रीनाथ धाम का रास्ता बंद हो जाएगा।
Image Credit: Canva
भविष्यबद्री जोशीमठ से लगभगा 22 किलोमीटर दूर तपोवन से आगे धौलीगंगा नदी के ऊपर सुबैन गांव में स्थित है जहां वर्तमान वाले बद्रीविशाल भविष्यबद्री के रूप में पूजे जाएंगे।
Image Credit: Canva
गांव के लोगों का कहा है कि अभी से भविष्यबद्री में एक बड़े शिलाखंड पर आश्चर्यजनक रूप से भगवान विष्णु की मूर्ति धीरे-धीरे आकार ले रही है।
Image Credit: Canva