जैसे ही सर्दियां शुरू होती हैं, सबसे पहले असर हमारे होंठों पर दिखता है। होंठ फटना, खिंचाव होना, किनारों पर ड्राईनेस बढ़ जाना ये केवल मौसम की वजह से नहीं होता। कई बार यह समस्या एलर्जी, स्किन कंडीशन या रोजमर्रा की गलत आदतों से भी जुड़ी हो सकती है। लाइफस्टाइल एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठंड में नमी कम होने के कारण त्वचा में पानी तेजी से कम होता है और सबसे ज्यादा असर नाज़ुक स्किन वाले हिस्सों यानी होंठों पर पड़ता है।
क्या सिर्फ ड्राईनेस है या एलर्जी भी?
अक्सर लोग मान लेते हैं कि होंठ फटना केवल मौसम के कारण होता है, जबकि कई केस में यह “लिप एलर्जिक डर्मेटाइटिस” भी हो सकता है। इसमें होंठों के कोनों पर जलन, लालिमा, बार-बार पपड़ी बनना और पपड़ी उतारने पर खून निकलना जैसी दिक्कतें शामिल हैं। यह एलर्जी कई चीजों से हो सकती है-
• बहुत स्ट्रॉन्ग या फ्लेवर वाले लिप बाम
• नई लिपस्टिक
• टूथपेस्ट में मौजूद केमिकल
• चेहरे पर इस्तेमाल किए जाने वाले हेवी क्रीम और सीरम
• सूखे माहौल में बार-बार होंठ चाटने की आदत
किनारा सूखना यानी विटामिन की कमी भी हो सकती है संकेत
होंठों के आसपास सूखापन और कटने की समस्या कई बार शरीर में विटामिन B-कॉम्प्लेक्स, आयरन या ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी की ओर भी इशारा करती है। ऐसे में केवल लिप बाम लगाने से फायदा नहीं होता, बल्कि खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है।
सर्दियों में होंठ फटने से बचने के आसान उपाय
• दिन में 2–3 बार बिना खुशबू वाला मॉइस्चराइजिंग लिप बाम लगाएं
• होंठ चाटने की आदत कम करें, इससे ड्राईनेस और बढ़ती है
• सोने से पहले वैसलीन या घी की एक पतली लेयर लगाएं
• कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें
• बहुत मैट या लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक से बचें
• पानी कम न करें, ठंड में भी बॉडी को हाइड्रेशन चाहिए
कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है?
अगर होंठ फटने के साथ इनमें जलन, सूजन, पानी भरना, बार-बार खून आना या लंबे समय तक घाव न भरना जैसे लक्षण हों, तो यह सिर्फ ड्राईनेस नहीं बल्कि इंफेक्शन, एक्ज़िमा या एलर्जी का संकेत हो सकता है। ऐसे में स्किन स्पेशलिस्ट से सलाह लेना बेहतर रहता है।
सर्दियों में होंठों की देखभाल केवल खूबसूरती नहीं बल्कि सेहत से भी जुड़ी है। सही उत्पाद, सही आदतें और समय पर पहचान-इनसे यह समस्या आसानी से कंट्रोल की जा सकती है।