Google DeepMind का नया इमेज जनरेशन मॉडल Nano Banana 2 लॉन्च होते ही सोशल मीडिया पर छा गया है। इसे कई लोग Nano Banana Pro भी कह रहे हैं। पहले वर्ज़न की वायरल सफलता के बाद कंपनी ने इसका और एडवांस्ड अपडेट पेश किया है, जो अब और तेज, शक्तिशाली और अधिक प्रोफेशनल आउटपुट देता है। यह मॉडल Gemini 3 Pro आर्किटेक्चर पर आधारित है और स्टूडियो-क्वालिटी विज़ुअल बनाने की क्षमता रखता है।
Nano Banana 2 क्या है?
Nano Banana 2 एक अगली पीढ़ी का AI इमेज जनरेशन और एडिटिंग मॉडल है। यह 2K से लेकर 4K तक हाई-रेज़ोल्यूशन विजुअल बना सकता है और इसमें एडवांस्ड एडिटिंग कंट्रोल भी मौजूद हैं। मॉडल में लाइटिंग एडजस्टमेंट, कलर ग्रेडिंग, डेप्थ कंट्रोल और स्मूद कंपोज़िशन जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
सबसे अनोखी बात यह है कि यह किसी भी भाषा में बेहद साफ़ और सटीक टेक्स्ट भी लिख सकता है, जो पहले किसी भी इमेज मॉडल में पूरी तरह संभव नहीं था।
आप अगर इसे किसी विषय पर इन्फोग्राफिक बनाने के लिए कहें, तो यह Google Search से रियल और अपडेटेड डेटा निकालकर उसी समय उससे जुड़ा पूरा डिज़ाइन तैयार कर देगा। मौसम, खेल, लाइव जानकारी और ट्रेंडिंग डेटा , यह सब अब इमेज में रीयल-टाइम शामिल किया जा सकता है।
Google इसे Gemini ऐप, Workspace, Ads और एंटरप्राइज़ API में रोल आउट कर रहा है। AI से बनी हर इमेज में SynthID वॉटरमार्क भी होगा ताकि AI कंटेंट की पहचान की जा सके।
Nano Banana 1 और Nano Banana 2 में फर्क
पहला Nano Banana मॉडल अपनी मज़ेदार इमेजेस और तेज एडिटिंग फीचर्स के कारण वायरल हुआ था, लेकिन उसमें कई सीमाएँ भी थीं , जैसे गलत या बिगड़ा हुआ टेक्स्ट आउटपुट, कम क्वालिटी, और रियल-टाइम जानकारी की कमी।
Nano Banana 2 में इन सभी कमियों को दूर किया गया है-
4K रेज़ोल्यूशन का सपोर्ट
बेहतर लाइटिंग और कंट्रास्ट
कैमरा जैसी रियलिस्टिक इमेज क्वालिटी
मल्टीलिंगुअल टेक्स्ट जो प्रोफेशनल टाइपोग्राफी जैसा दिखता है
Google Search आधारित रीयल-टाइम डेटा
14 रेफरेंस इमेज के आधार पर ब्रांडिंग और डिज़ाइन स्टाइल का बेहतर कंट्रोल
इसके कारण यह मॉडल प्रो-डिज़ाइनर्स, मार्केटिंग टीम, ब्रांड्स और क्रिएटर्स के लिए एक दमदार टूल बन गया है।