क्यों ठहर गया आपका कारोबार? बुरी नजर के कारण और उपाय जान लें आज ही

कई लोग इसे सिर्फ व्यापारिक परिस्थितियों से जोड़ते हैं, लेकिन ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि कई बार काली नजर या नकारात्मक ऊर्जा भी इसका कारण हो सकती है।

क्यों ठहर गया आपका कारोबार? बुरी नजर के कारण और उपाय जान लें आज ही

क्यों ठहर गया आपका कारोबार? बुरी नजर के कारण और उपाय जान लें आज ही / canva

भारतीय व्यापार में कई बार ऐसी स्थितियां सामने आती हैं जब बिना किसी स्पष्ट वजह के कारोबार धीमा पड़ जाता है। ग्राहकों का आना कम हो जाता है, मुनाफा घटने लगता है या फिर लगातार किसी न किसी तरह का नुकसान होने लगता है। कई लोग इसे सिर्फ व्यापारिक परिस्थितियों से जोड़ते हैं, लेकिन ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि कई बार काली नजर या नकारात्मक ऊर्जा भी इसका कारण हो सकती है।

 

ऐसे हालात में लोग मानसिक और आर्थिक तनाव से गुजरने लगते हैं। हालांकि ज्योतिष में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर इन प्रभावों को कम किया जा सकता है और व्यापार में दोबारा रौनक लौट सकती है।

 

काली नजर से प्रभावित व्यापार की पहचान करना भी जरूरी है। अगर आपका काम अचानक धीमा हो जाए, स्टॉक बेचने पर भी मुनाफा न मिले, दुकान या ऑफिस में बार-बार चीजें खराब होने लगें, कर्मचारियों में अनबन बढ़ जाए या बिना वजह का भारी नुकसान होने लगे, तो ये अक्सर नकारात्मक ऊर्जा के संकेत माने जाते हैं।

 

व्यापार को बुरी नजर से बचाने के लिए नींबू-मिर्च का उपाय वर्षों से किया जा रहा है। मंगलवार या शनिवार को दुकान के बाहर नींबू और हरी मिर्च लटकाना नकारात्मक प्रभावों से बचाव का सरल उपाय माना जाता है। इसके सूखने पर नए नींबू-मिर्च लगा दें।

 

अपने कार्यस्थल पर रोज पूजा-पाठ करना भी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने का तरीका माना गया है। सुबह और शाम घी या तेल का दीपक जलाने से वातावरण शांत और सकारात्मक रहता है।

 

कपूर में लौंग डालकर जलाना भी नकारात्मकता को दूर करता है। मंगलवार और शनिवार को इसे दुकान में जलाने से माहौल में साफ सकारात्मक बदलाव महसूस हो सकता है।

 

गंगाजल का छिड़काव भी बहुत प्रभावी माना जाता है। जहां भी नकारात्मक ऊर्जा का एहसास हो, वहां गंगाजल छिड़कें और लोबान जलाकर जगह को शुद्ध करें।

 

डिस्क्लेमर - यहां दी गई जानकारी परंपराओं और मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।