छत्तीसगढ़ - आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर खतरनाक नक्सली हिडमा ढेर, 30 नवंबर की डेडलाइन से पहले मिली बड़ी कामयाबी

एजेंसी ANI के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिडमा को खत्म करने के लिए 30 नवंबर तक का लक्ष्य दिया था।

छत्तीसगढ़ - आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर खतरनाक नक्सली हिडमा ढेर, 30 नवंबर की डेडलाइन से पहले मिली बड़ी कामयाबी

छत्तीसगढ़ आंध्र बॉर्डर पर सबसे खतरनाक नक्सली हिडमा ढेर / x

देश के सबसे खतरनाक और वांछित नक्सल कमांडरों में शामिल माड़वी हिडमा छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर मरेडमिल्ली के घने जंगल में मंगलवार सुबह हुए एनकाउंटर में ढेर हो गया। सुरक्षाबलों ने उसकी पत्नी राजे उर्फ रजक्का और 4 अन्य नक्सलियों को भी मार गिराया है। बस्तर रेंज IG सुन्दरराज पी ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।

 

एजेंसी ANI के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिडमा को खत्म करने के लिए 30 नवंबर तक का लक्ष्य दिया था। डेडलाइन से 12 दिन पहले ही सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल कर ली। शाह ने ऑपरेशन टीम को फोन पर बधाई भी दी है।

 

हिडमा पिछले दो दशक में हुए 26 से ज्यादा बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड था। 2010 के दंतेवाड़ा हमले में 76 CRPF जवानों की शहादत, 2013 झीरम घाटी हमला और 2021 सुकमा बीजापुर एम्बुश में भी उसकी मुख्य भूमिका मानी जाती है।

 

इसी बीच सुकमा के एर्राबोर थाना क्षेत्र में एक और मुठभेड़ हुई है, जिसमें नक्सलियों के घायल होने की खबर है। दोनों जगहों पर सर्च ऑपरेशन जारी है।

 

हिडमा कौन था

 

हिड़मा का जन्म 1981 में सुकमा जिले में हुआ था। वह पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी PLGA की एक बटालियन का कमांडर था और माओवादी सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी। बस्तर से इस स्तर का शीर्ष पद पाने वाला वह इकलौता आदिवासी माना जाता था। दंतेवाड़ा में 76 जवानों की हत्या की साजिश भी उसी ने रची थी। हमले की प्लानिंग में शामिल बसवाराजू भी पहले ही एनकाउंटर में मारा जा चुका है।

 

पिछले दो बड़े नक्सली एनकाउंटर

 

16 नवंबर - भेज्जी चिंतागुफा इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर DRG जवानों ने सर्चिंग शुरू की। तुमालपाड़ जंगल में दोनों ओर से रुक रुककर फायरिंग हुई और तीन नक्सली मारे गए। सर्चिंग में तीनों के शव बरामद हुए थे।

 

11 नवंबर - बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में हुई मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर हुए जिनमें तीन महिलाएं शामिल थीं। इनमें मद्देड़ एरिया कमेटी का प्रभारी बुच्चन्ना और शीर्ष नक्सली पापाराव की पत्नी उर्मिला भी थी। पापाराव इस बार भी भाग निकला।